संसद का आज से बजट सत्र शुरू हो रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन से सत्र की शुरुआत होगी। यह सत्र दो लिहाजों से खास है- पहला तो यह कि इस सत्र में देश की वित्त मंत्री अंतरिम बजट पेश करेंगी। वहीं, यह सत्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम बजट है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को सदन में अंतरिम बजट पेश करेंगी। लोकसभा चुनाव नजदीक होने के कारण नागरिकों को राहत मिलने की उम्मीद है। वहीं, नौ फरवरी तक चलने वाला सत्र हंगामेदार हो सकता है। विपक्ष सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेर सकती हैभारतीय संविधान के अनुच्छेद 112 के तहत हर वित्तीय वर्ष की शुरुआत से पहले सरकार संसद में केंद्रीय बजट पेश करती है। बजट किसी वित्तीय वर्ष में होने वाली सरकार की आमदनी और खर्चों से जुड़ा दस्तावेज है। यह वित्तीय वर्ष हर साल 1 अप्रैल से शुरू होकर अगले साल 31 मार्च को समाप्त होता है। इस साल आम चुनाव होने हैं इसलिए इस बार यह अंतरिम बजट होगा। इस बार सरकार जो बजट पेश करेगी वह सिर्फ नई सरकार के आने तक सरकारी खर्चों को पूरा करने के लिए होगा। आम चुनावों के बाद चुनी गई नई सरकार की ओर से जुलाई में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए पूर्ण बजट पेश किया जाएगा।